अनुलोम-विलोम प्राणायाम
नमस्कार
दोस्तों आज हम आपको अनुलोम-विलोम प्राणायाम के बारे में और इसके फायेदे के बारे
में बतायेंगे, यह प्राणायाम सभी लोगो के लिए बहुत ही लाभकारी है | खास कर छात्रो
के लिए उनके MEMORY POWER को BOOST करता है | और कई सारे अनेको लाभ है, तो आइये सबसे पहले इसे करेने का तरीका
सीखे |
विधि ; सबसे पहले किसी भी ध्यानात्मक आसन में बैठ
जाये, कमर-गर्दन व सिर को सीधा रखे, बाये हाथ को ज्ञानमुद्रा में बाये घुटने पर
रखे, दाहिने हाथ के अंगूठे से दायें नाकछिद्र को बन्द करे, बायें नाकछिद्र से धीरे-धीरे लम्बी गहरी
श्वास भरिए | पूरा श्वास भरने के उपरान्त मध्यमा व अनामिका ऊँगली से बायें नाकछिद्र
को बन्द करके, अब अंगूठा हटाकर दायें नाकछिद्र से श्वास को धीरे-धीरे बाहर निकाल
दे; उसके बाद दायें नाकछिद्र से श्वास को भरे और बायें नाक्छिद्र से धीरे-धीरे
बहार छोड़े; यह एक आवृति हुयी | पुनः इसी प्रकार बिना रुके निरंतर आवृतियाँ करते
रहिये | अनुलोम-विलोम प्राणायाम को हमेसा बायें नाकछिद्र से ही प्रारम्भ करे |
बायें
नाकछिद्र से लगभग 2.5SEC में श्वास धीरे-धीरे भरना एवं बिना रोके दायें नाकछिद्र से लगभग 2.5SEC में श्वास को बहार छोड़ देना, तथा दायें से
छोड़ने के तुरन्त बाद दायें से ही श्वास को भरना और बिना रुके बायें नाकछिद्र से
श्वास को 2.5SEC में बाहर छोड़ना | यह एक चक्र या आवृति पूरी हुई, इसी तरह कम से कम 5MIN तक इस प्राणायाम का अभ्यास करना चाहिए |
स्वस्थ एवं सामान्य रोगों से ग्रस्त व्यक्ति इस प्राणायाम को लगातार 15MIN तक कर सकते है |
लाभ :
1.इससे MEMORY POWER ओर एकाग्रता में बढ़ोतरी होता है|
2.इससे समस्त
वात रोग नष्ट होते है |
3.इससे
व्यक्ति किसी भी मनोवैज्ञानिक तनाव से दूर रहता है |
4.यह अवसाद
और स्नायु-दुर्बलता को दूर करता है |
5.(Carpel tunnel syndrome),जिसमे अँगुलियों में पीड़ा तथा मुट्ठी कसने में समस्या होती है | इसे ठीक करता है |
6.ह्रदय सम्बन्धित समस्त बीमारियों को ठीक करता है
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1 Comments
Most helpful pranayaam 👍👍👍
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